
पीठाधीश्वर : श्री श्री 1008 महंत पीर योगी रामनाथ जी महाराज
आप समाज को अध्यात्म, सत्य-पथ, भक्ति मार्ग, ध्यान साधना और जन सेवा से जोड़ने हेतु सतत प्रयत्नशील हैं।आपकी दिव्य दृष्टि, दृढ़ संकल्प और सकारात्मक विचारधारा हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।आपके सान्निध्य में असंख्य श्रद्धालु साधना, सेवा और समर्पण के मार्ग पर अग्रसर हो रहे हैं।आपका जीवन समाज में आध्यात्मिक चेतना और शांति का उजास फैलाता है।
परिचय - भगवती माँ बगलामुखी
स्तंभन की शक्ति, विजय की देवी, तंत्र की दिव्य अधिष्ठात्री
माँ बगलामुखी, दस महाविद्याओं में से आठवीं शक्ति मानी जाती हैं। इन्हें “पीताम्बरा” भी कहा जाता है क्योंकि ये पीले वस्त्र धारण करती हैं और पीत वर्ण में आराधना स्वीकार करती हैं। माँ का स्वरूप अत्यंत तेजस्वी, गंभीर एवं रहस्यमयी होता है। उनका एक हाथ शत्रु की जिह्वा पकड़ता है और दूसरा वरदान देने की मुद्रा में होता है — जो संकेत करता है कि माँ अपने भक्तों के सभी संकटों का नाश करती हैं और उन्हें विजयश्री प्रदान करती हैं।

- भगवति का आविर्भाव काल
- आविर्भाव का उद्देश्य
- माँ भगवती बगलामुखी का स्वरूप
- तंत्र की देवी
- मुखशोधन और बगलामुखी
- ब्रम्हास्त्रविद्या
- स्तम्भन
- ब्रम्हास्त्रविद्या की महत्ता
- ब्रम्हास्त्रविद्या की प्रभावी विलक्षणता
- भगवती मां बगलामुखीः एक परिचय
- सोपचार पूजन का विधान
- दीक्षा-विधान और बगला महाविद्या
- न्यास-विधान
- मां पीताम्बरा भगवती के ध्यान से प्राप्त फल
- 'कवचं प्रपठेदादौ स्तोत्रं पुनश्चरेत्'।
- उपासना में हवनकुण्ड - विधान
- बगला महाविद्या के प्रयोगात्मक विशिष्ट उद्देश्य
- साधना की गोपनीयता
यज्ञ की महत्ता – शक्ति, शांति और सिद्धि का स्रोत
ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।
प्राचीन वेदों और तंत्र परंपरा में यज्ञ को आत्मशुद्धि और दोष निवारण का सबसे प्रभावशाली माध्यम माना गया है। विशेषतः माँ बगलामुखी यज्ञ, साधक को अदृश्य शक्तियों से रक्षा, मानसिक बल, और जीवन की हर बाधा से विजय दिलाने में सहायक होता है। यह यज्ञ न केवल दुर्भाग्य को दूर करता है, बल्कि दिव्य कृपा और आंतरिक जागरण का मार्ग भी प्रशस्त करता है।
माँ बगलामुखी यज्ञ द्वारा दोष निवारण
महाविद्या माँ बगलामुखी की कृपा से किया गया विशेष अनुज्ञा यज्ञ (बड़ यज्ञ) अनेक प्रकार के दोषों, बाधाओं, और नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति दिलाता है। यह यज्ञ केवल आध्यात्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक साधना विज्ञान है, जो योग विद्या, मंत्र शक्ति, और तंत्र साधना से सिद्ध होता है।इस दिव्य यज्ञ की ऊर्जा व्यक्ति के जीवन में शक्ति, विजय, सकारात्मकता, और शांति का संचार करती है।यह न केवल शत्रु बाधा, ग्रह दोष, पितृ दोष, या पारिवारिक समस्याओं का समाधान करता है, बल्कि मन, तन और जीवन को स्थिरता व संतुलन प्रदान करता है।
यज्ञ के प्रकार और लाभ
मंगल दोष, राहु-केतु शांति, पितृ दोष, शत्रु बाधा, ग्रह बाधा — इन सभी दोषों का समाधान माँ बगलामुखी के विशेष यज्ञों द्वारा संभव है।
दोष निवारणार्थ अनुज्ञा:
- मंगल दोष निवारण (मांगलिक)
- राहु-केतु शांति
- कालसर्प दोष निवारण
- शनि गृह शांति
- पितृ दोष पूजन
- शत्रु बाधा निवारण
- विवाहिक बाधा शांति
- नजर/भूत बाधा
कामनापूर्ति अनुज्ञा:
- सौभाग्य व आरोग्य हेतु यज्ञ
- मनचाही इच्छा पूर्ति हेतु यज्ञ
- पदोन्नति व व्यवसाय वृद्धि हेतु यज्ञ
- कार्य सिद्धि और सफलता यज्ञ
- संतान सुख प्राप्ति यज्ञ
- रोग शांति अनुष्ठान
- धन प्राप्ति हेतु हवन
- मंत्र सिद्धि यज्ञ
अन्य सिद्ध अनुज्ञा:
- दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान
- श्री सूक्त हवन
- नवग्रह शांति हवन
- नारायण बली अनुष्ठान
- गृह प्रवेश हवन
- वाहन पूजन हवन
- वास्तु दोष निवारण हेतु हवन
- संतोषी माता व्रत/पूजन अनुष्ठान
जानिए स्फटिक शिवलिंग की महिमा के बारे में

स्फटिक (क्रिस्टल) से निर्मित शिवलिंग, भगवान शिव की शांत, सौम्य और शुद्ध रूप में उपासना का प्रतीक है। यह शिवलिंग सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश करता है। घर, पूजन स्थल या कार्यालय में स्फटिक शिवलिंग की स्थापना से वातावरण पवित्र होता है, मानसिक शांति मिलती है और जीवन में समृद्धि का प्रवाह होता है।
“ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”। “ॐ ह्लीं बगलामुखि स्वाहा”।
अब करें दोषों से मुक्ति का आरंभ – माँ बगलामुखी यज्ञ से
ग्रह दोष, शत्रु बाधा, पारिवारिक अशांति या मानसिक तनाव—माँ बगलामुखी का विशेष अनुज्ञा यज्ञ हर समस्या का समाधान है। अनुभवी साधकों द्वारा संपन्न यह यज्ञ जीवन में शक्ति, शांति और विजय का संचार करता है।